Monday, August 20, 2018

Mithilakshar / Tirhuta / मिथिलाक्षर / तिरहुता / Mithilakshar script / Tirhuta Script

लाल परी

सुन गे लाल परी हेगै  हमर   लाल   परी
दिल करे तोरा हम देखैत  रही  हर  घड़ी
छत सँ निहारी जखन देखि तोरा अंगना
बड़ निक लगौ तन पर लाजक ई गहना

माथक बिन्दिया जेना चन्दा के  कुमकुम
प्रेमक इसारा सँ होइत छे किया  गुमसुम
छुवौ  नै   हावा  तोहर  कोमल   वदन  के
छी हम  माली चंचल सुन्दर  उपवन  के

खन–खन चूरी मे  दू  दिल  के  सरगम
आवि कऽ सुनाजो तों पायल के छम–छम
झंकार मे  बदलब  दू  दिलक   तार  के
अमर  वनाएब  अछि  अपन  प्यार  के 



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