बिहुँसैया कंगना
हम लिखैत छी अहाँ के प्रणाम् सजना
संगे रहब शहर मे नहि गाम सजना
सुनै छी शहर मे बड़ छै रमझम
डेगे–डेग पर गाड़ी भेटैत छै हरदम
चढि़कऽ हमहुँ गाड़ी घुमबै अहाँ संग
रहबै फिट–फाट ककरो सँ कि कम
सदिखन जपै छी अहीँ के नाम सजना
असगर गाम मे आब मोन नहि लागे
बाजे पपिहा त सुतल मोन जागे
आब नहि सोहाइया असगर घर अंगना
हाथक मेंहदी संग बिहुँसैया कंगना
अहीँ संग जीवन के चारु धाम सजना
Maithili Literature : Mithilakshar / Tirhuta script / Mithila / Maithili / Maithile alphabet / Maithili Kavita / Maithili Geet / Badlait Pariwesh

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