Wednesday, May 23, 2018

Maithili Kavita...Maithili Geet...Mithilakshar...Tirhuta Lipi

बिहुँसैया कंगना

हम लिखैत छी अहाँ के प्रणाम् सजना
संगे रहब शहर मे नहि गाम   सजना

सुनै छी  शहर मे   बड़   छै   रमझम
डेगे–डेग पर  गाड़ी भेटैत छै   हरदम
चढि़कऽ हमहुँ गाड़ी  घुमबै अहाँ संग
रहबै  फिट–फाट ककरो सँ कि  कम
सदिखन जपै छी अहीँ के नाम सजना

असगर गाम मे आब मोन नहि लागे
बाजे  पपिहा  त सुतल   मोन   जागे
आब नहि सोहाइया असगर घर अंगना
हाथक  मेंहदी  संग  बिहुँसैया  कंगना
अहीँ संग जीवन के चारु धाम सजना


Maithili Literature : Mithilakshar / Tirhuta script / Mithila / Maithili / Maithile alphabet / Maithili Kavita / Maithili Geet / Badlait Pariwesh



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