चितचोर
खेलैया मोन संग झिझरी करैत झिकझोर
सखी गे के चितचोर केहन ओ चितचोर
सखी गे नयन मिला कऽ ओ नयन मे समागेल
हमर दिल मे कोना कऽ अपन महल बनागेल
चलैया सदिखन पकरि हमर आँचर के कोर
ओ नहि आन नहि हम ओकरा लेल विरान
लागे जनम–जनम के हमर जान पहिचान
छै कि ओकरे हाथ मे आब ई भाग्यक डोर
सखिगे चम–चम चमकै कोना पूरे आकाश
जेना चाँन्दनी संग चान के सजल हो बरियात
होएत कि ओ हमरो देखैत बनि कऽ चकोर
Maithili Script / Mithilakshar Script / Tirhuta Script / Binit Thakur / Maithili Sahitya / Maithili Kavita
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